व्यंजनो में पनीर का अपना अलग ही महत्व हैं। यह हर किसी की पसंद बन चुकी हैं। हर शादी,पार्टी, त्योहार,या किसी मेहमान के आने पर इसकी जरूरत पड़ती हैं। पनीर को शाकाहारी भोजन में सबसे पहले प्राथमिकता दी जाती हैं। क्योंकि पनीर को शुद्ध और शाकाहारी माना जाता हैं। पनीर से ही तरह-तरह के व्यंजन और मिष्ठान बनाये जाते हैं। ये हमारे स्वास्थ के लिए काफी फायदेमंद होते हैं। इसमें प्रोटीन, कैल्शियम, वसा पाये जाते हैं। जो हमारे शरीर की हड्डियों को मजबूत बनाते हैं। तो चलिए आज हम घर पर शुद्ध व ताजे पनीर बनाने की विधि/Paneer banane ki vidhi के बारे में बताते है।
Paneer banane ki vidhi/पनीर बनाने की विधि
अब जब भी कभी आपको शुद्ध व ताजा पनीर खाने का मन हो, तब आपको अब मार्केट जाने की जरूरत नही पड़ेगी। क्योंकि अब आप ख़ुद ही इसे घर पर बड़े आसानी से बना सकते हैं। इसे दूध को फाड़ कर बनाया जाता हैं। जिसके लिए आपको नीबू/छाछ की जरूरत पड़ती हैं। मार्केट में पनीर मिल तो जाते हैं। लेकिन कई तरह के मिलावट के कारण उसकी शुद्धता में कमी पाई जाती हैं। मगर घर पर बनाये हुए पनीर मार्केट की अपेक्षा काफी शुद्ध व ताजे होते हैं। और ताजे होने के कारण उसे खाने का स्वाद भी काफी अच्छा होता हैं।
पनीर बनाने की सामग्री
- डेढ़ लीटर दूध
- नींबू का रश 3-4 🥄स्पून
- सूती कपड़ा
- छननी
- 4 से 5 लोगों के लिए पर्याप्त Paneer banane ki vidhi/पनीर बनाने की विधि
- बनाने की विधि:-
- एक भगौने में दूध को उबाल ले।
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- जब दूध उबलने लगे तब उसमें नींबू का रश डाल दे। नींबू का रश डालने से दूध आसानी से फट जायेगा।
- उसके बाद गैस का फ्लेम बंद कर दे। और ठंडा होने पर उसे छननी से छान ले। फिर एक सूती कपड़े के बीच में उसे रखकर उसकों चारों तरफ से पकड़ कर एक पोटली बना ले।
- पोटली बनने के बाद उस पोटली का पानी थोड़ा सा निचोड़ ले।
- और फिर पोटली में फटे दूध के अनुसार उसके ऊपर कोई भारी वस्तु 2-3 घंटे के लिए रख ले। बहुत भारी वस्तु न रखे वरना पनीर टाइट हो जायेगा।
- Conclusion
- दूध को खौलने के समय ही नींबू का रश डाले।
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- सूती कपड़े में फटे दूध को ज्यादा न निचोड़े, वरना पनीर टाइट हो जायेगा। और स्वाद नही आयेगा।
- बहुत भारी वस्तु का प्रयोग न करे, अन्यथा पनीर दबने के कारण भी पनीर टाइट हो जायेगा।
- अब आप बिल्कुल आसानी से इस विधि paneer banane ki vidhi/पनीर बनाने की विधि को पढ़कर इसे घर पर बना सकेंगे।
- FAQ
- Q-पनीर में क्या क्या लगता है?
- Ans- पनीर को बनाने में दूध, नीबू/ छाछ, सूती कपड़ा, छन्नी लगता है।
- Q-1 किलो पनीर के लिए कितना दूध चाहिए?
- Ans- अगर दूध की क्वॉलिटी अच्छी हैं, तो एक किलो पनीर के लिए 4-5 किलो दूध की जरूरत हैं।
- Q-पनीर बनाने के लिए कितना दूध चाहिए?
- Ans- पनीर बनाने के लिए एक लीटर दूध की जरूरत हैं, जिसमे 200-250 ग्राम पनीर बन जायेगा, जो दो लोगो के खाने के लिए पर्याप्त हैं।
- Q- क्या पनीर में फैट पाये जाते हैं?
- Ans- हाँ, पनीर में फैट, और पनीर की मात्रा पाई जाती हैं।
- Q-एक आदमी को कितना पनीर खाना चाहिए?
- Ans- एक आदमी को 100-150 ग्राम पनीर खाना स्वास्थ के लिए लाभदायक हैं।
- Q- पनीर को कैसे सुरक्षित रखे?
- Ans- पनीर को सुरक्षित रखने के लिए एयर टाइट डिब्बे में पनीर को डालकर उसमें पानी को डाल दे। ध्यान रहे कि डब्बे में हवा पास न कर पाए। या अगर मार्केट का पैक पनीर को रखना हो तब उसकी आखरी तिथि को देखकर उसे एक फ्रीज़ में लगभग 7 दिनों तक रख सकते हैं।
- Q- पनीर को खाने में कैसे इस्तेमाल करे?
- Ans- पनीर को कच्चा खाने में उसमें काला नमक या चटपटा मसाला डालकर, या पनीर रोल बनाकर, पनीर टिक्का बनाकर, या कोई भी सब्जी या पकौड़ी बनाकर भी खाया जा सकता हैं।
- Q-पनीर बनाने में कितना समय लगता है?
- Ans- पनीर बनाने के लिए 2-3 घंटा पर्याप्त हैं।
- Q- पनीर से क्या- क्या बनाया जा सकता हैं?
- Ans- तरह- तरह के व्यंजनो व पकवान को बनाने के लिए पनीर को सबसे महत्वपूर्ण माना जाता हैं। इसी की सहायता से कोई भी चाहें वह (मिठाई, सब्जी ,या पकौड़ी) आदि को अलग- अलग व्यंजन का रूप दिया जाता है।
- Q- पनीर खाने के फायदे?
- Ans- पनीर को प्रोटीन का भंडार कहा जाता है। जिसमें, प्रोटीन, कैल्शियम, फास्फोरस, विटामिन A, विटामिन D, आदि गुणकारी विटामिन माज़ुद् रहते है। जिसके सेवन से स्वास्थ काफी बेहतर रहते हैं। जैसे, पाचन क्रिया, शुगर को नियंत्रित, हड्डियों व दातों को मजबूत बनाने में, वजन को नियंत्रित करने, तथा ब्लड प्रेसर को नियंत्रित करने आदि में आवश्यक होता हैं।
- Q- पनीर कैसे बनता हैं।
- Ans- पनीर को बनाने के लिए दूध को फाड़ा जाता हैं। जिसके लिए नीबू/छाछ की जरूरत पड़ती हैं। जिसमे दूध को खौलने पर नीबू/छाछ को डाला जाता हैं। जिससे दूध फट जाता हैं। फिर उस फटे हुए दूध को सूती कपड़े से छानकर उसकी एक पोटली बनाई जाती हैं। उसके बाद पोटली के वजन के अनुसार कोई वस्तु उसपर रख दी जाती हैं।